फलाहारी पकौड़ी और चटनी
व्रत के दिनों मे अक्सर यह सोचना पड़ता है कि क्या खाएं और खासकर जब बिना नमक का व्रत हो तो ये दिक्कत और भी बढ़ जाती है कि ऐसा क्या बना लें या ऐसा क्या खाया जाए जिससे पेट भी भरे और जो टेस्टी भी हो। जब बिना नमक का व्रत होता है तो उसमें हम ज्यादातर मीठे पकवान ही बनाते हैं। आज हम एक ऐसे फलाहारी रेसिपी की बात करेंगे जो बिना नमक के भी खाने पर उतना ही स्वादिष्ट लगेगा जितना की नमक के साथ खाने पर लगता है।
यदि व्रत के दिनों में भी आपको आलू के स्वादिष्ट चटपटे पकौड़े और चटनी की याद आती है, तो आज आपको इस लेख में व्रत वाले आलू के पकौड़े और चटनी के बारे में बताया जाएगा। यदि इस स्वादिष्ट रेसिपी का मजा लेना है, तो इस रेसिपी को एक बार जरूर ट्राई करें।
आलू के फलाहारी पकौड़े बनाने के लिए आवश्यक सामग्री :
- आलू - बड़े साइज का एक
- सिंघाड़े का आटा - एक कप
- भुना हुआ धनिया पाउडर - 1/2 छोटा चम्मच
- भुना हुआ जीरा पाउडर - 1/4 छोटा चम्मच
- साबुत जीरा - 1/4 छोटा चम्मच
- हरी मिर्च - 1 (बारीक कटा हुआ)
- अदरक का पेस्ट - 1/2 छोटा चम्मच
- तलने के लिए तेल - आवश्यकतानुसार
- पानी (घोल बनाने के लिए) - आवश्यकतानुसार
- धनिया की पत्ती - 1 चम्मच (बारीक कटा हुआ)
व्रत वाली तीखी चटनी बनाने के लिए आवश्यक सामग्री :
- टमाटर - 1 बड़े साइज का (कटा हुआ)
- धनिया की पत्ती - 1 कप (कटी हुई)
- नींबू का रस - 2 बड़े चम्मच
- अदरक का टुकड़ा - 1/2 इंच का
- हरी मिर्च - 2 से 3
तीखी चटनी बनाने की विधि :
चटनी बनाने के लिए कटे हुए टमाटर, धनिया की पत्ती, अदरक का टुकड़ा तथा हरी मिर्च को एक साथ मिक्सी के जार में डालकर चला लें। चटनी को पीसने के लिए मिक्सी को एक बार में ही देर तक चलाकर न पीसें, इससे चटनी एकदम से महीन हो जाएगी, हमें थोड़ी दरदरी चटनी पीसना है इसके लिए मिक्सी को 5-5 सेकंड के लिए 3 से 4 बार करके चलाएंगे। चटनी जब थोड़ी दरदरी सी पीस जाए तो इसे एक बर्तन में निकाल लेंगे और इसमें नींबू का रस डाल के मिला दें। व्रत वाली तीखी चटनी बनकर तैयार है। आप यदि और तीखा या कम तीखा खाना पसंद करते हैं तो हरी मिर्च की मात्रा अपने अनुसार घटा या बढ़ा सकते हैं।
आलू की फलाहारी पकौड़ी बनाने की विधि :
- सबसे पहले आलू को छिलकर उसे अच्छे से धो लेंगे फिर आलू को गोल या लंबे लंबे स्लाइसेज (पकौड़ी के आकार) में में काट लेंगे। कटे हुए स्लाइसेज को पानी में भिगोकर अच्छे से धुल कर निकाल लेंगे।
- अब सिंघाड़े के आटे में भुना हुआ धनिया पाउडर, जीरा पाउडर, साबुत जीरा, हरी मिर्च, धनिया की पत्ती और अदरक का पेस्ट डालकर उसमें थोड़ा-थोड़ा पानी डालकर मिलाते हुए पकौड़ी का अच्छा सा घोल तैयार कर लेंगे।
- अब गैस का फ्लेम चालू करेंगे और गैस पर कढ़ाई रखकर उसमें पकौड़ी तलने के लिए मूंगफली का तेल या सनफ्लावर तेल या फिर जो भी आप व्रत में तेल खाते हों उसे कढ़ाई में डालेंगे।
- तेल जब थोड़ा गर्म हो जाए तो एक-एक करके आलू के स्लाइस को घोल में लपेटकर तेल में डालते जाएंगे और पकौड़ी तलते जाएंगे। ध्यान रखें, पकौड़ी को मध्यम से धीमे फ्लेम पर ही तलना है। पकौड़ी तलते वक्त यदि गैस का फ्लेम बहुत तेज होगा तो पकौड़ी ऊपर से जल जाएगा और अंदर से कच्चा ही रह जाएगा।
- गरमा गरम आलू की फलाहारी पकौड़ी बनकर तैयार है।
अब व्रत के दिनों में आलू की इस फलाहारी पकौड़ी और तीखी चटनी को बनाकर आप स्वयं भी खाएं और घर वालों को भी खिलाएं।
कुछ लोग व्रत में सेंधा नमक भी खाते हैं। यदि आप भी सेंधा नमक का उपयोग व्रत में करते हैं तो आप चटनी में और पकौड़ी के घोल में भी सेंधा नमक स्वादानुसार मिला सकते हैं।
