UPPGT परीक्षा उत्तर प्रदेश के राज्य स्तर की शिक्षक भर्ती पर परीक्षा है। यह भर्ती प्रवक्ता के पद पर होती है। यूपी पीजीटी परीक्षा में चयनित शिक्षकों की नियुक्ति उत्तर प्रदेश के माध्यमिक विद्यालयों में कक्षा 11 एवं 12 की कक्षाओं में शिक्षण कार्य हेतु की जाती है। UPSESSB (Uttar Pradesh Secondary Education Service Selection Board) उत्तर प्रदेश के माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों के चयन हेतु यूपी टीजीटी और पीजीटी की परीक्षा कराती है। ये लिखित परीक्षाएं होती हैं जिसमें बहुविकल्पीय प्रश्न पूछे जाते हैं। इन परीक्षाओं में कोई भी नकारात्मक अंकन (negative marking) नहीं किया जाता है।


यूपी पीजीटी (UPPGT) भर्ती परीक्षा में उत्तीर्ण अभ्यर्थी का चयन लिखित परीक्षा में प्राप्त अंक, साक्षात्कार एवं विशेष योग्यता के अंकों के आधार पर किया जाता है।


पात्रता एवं आयु सीमा (Eligibility and Age limit) :

यूपी पीजीटी परीक्षा में सम्मिलित होने के लिए व्यक्ति को भारत का नागरिक होना चाहिए साथ ही व्यक्ति की आयु कम से कम 21 वर्ष पूरी होनी चाहिए। इस परीक्षा में सम्मिलित होने के लिए अधिकतम आयु की कोई सीमा नहीं है अर्थात 60 वर्ष आयु से पहले कोई भी व्यक्ति इस परीक्षा को दे सकता है।


शैक्षिक योग्यता (Educational Qualification):

यूपी पीजीटी परीक्षा में सम्मिलित होने के लिए व्यक्ति के पास संबंधित विषय में स्नातकोत्तर डिग्री होना अनिवार्य है साथ ही व्यक्ति के पास बीएड डिग्री होना भी आवश्यक है। पहले UPPGT भर्ती परीक्षा में सम्मिलित होने के लिए बीएड डिग्री अनिवार्य नहीं था किंतु साल 2025 से यह अनिवार्य कर दिया गया है।


वेतन (Salary) :

उत्तर प्रदेश के पीजीटी शिक्षकों का वेतन रुपए 47,600 से 1,51,100 के बीच होता है साथ ही रुपए 4,800 का ग्रेड पे होता है।


परीक्षा पैटर्न (Exam Pattern):

यूपी पीजीटी परीक्षा की तैयारी करने से पहले व्यक्ति को परीक्षा का पैटर्न जान लेना चाहिए ताकि व्यक्ति अपनी तैयारी उसी हिसाब से कर सके और परीक्षा मे अच्छे अंक प्राप्त कर पाए। 

यूपी पीजीटी परीक्षा ऑफलाइन होती है। इस परीक्षा में कुल 125 प्रश्न पूछे जाते हैं तथा पत्येक प्रश्न 3.4 अंक का होता है। 425 अंकों की यह लिखित परीक्षा होती है। ये सभी प्रश्न बहुविकल्पीय प्रकार के होते हैं। यूपी पीजीटी भर्ती परीक्षा में नकारात्मक अंकन नहीं होता है अर्थात व्यक्ति को केवल सही प्रश्नों के अंक मिलते हैं , प्रश्न का उत्तर गलत देने पर उसके कोई भी अंक काटे नहीं जाते हैं। इस परीक्षा की समयावधि दो घंटे की होती है। यूपी पीजीटी परीक्षा में व्यक्ति से उसी विषय से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं जिस विषय का उसने विकल्प चुना है। 


चयन प्रक्रिया (Selection Process):

यूपी पीजीटी भर्ती परीक्षा में उत्तीर्ण अभ्यार्थियों का चयन, लिखित परीक्षा के अंक, साक्षात्कार एवं विशेष योग्यता (जैसे पीएचडी या एमएड डिग्री के लिए) के प्राप्त अंकों के आधार पर किया जाता है।

इसमें 425 अंकों की लिखित परीक्षा होती है, 50 अंक का साक्षात्कार एवं 25 अंक विशेष योग्यता के लिए दिया जाता है। इस प्रकार यूपी पीजीटी भर्ती के लिए लिखित परीक्षा में प्राप्त अंक, साक्षात्कार एवं विशेष योग्यता के अंकों के आधार पर मेरिट बनाई जाती है और मेरिट के अनुसार शिक्षकों का चयन किया जाता है।


पाठ्यक्रम (Syllabus): 

यूपी पीजीटी शिक्षक भर्ती परीक्षा की तैयारी शुरू करने से पहले सबसे महत्वपूर्ण है इसका पाठ्यक्रम जान लेना, क्योंकि पाठ्यक्रम पता होने पर ही आप अपनी तैयारी को सही दिशा दे सकते हैं।

यूपी पीजीटी का विषयवार पाठ्यक्रम जानने के लिए आप उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड (UPSESSB) के आधिकारिक वेबसाइट www.upsessb.org पर जाकर देख सकते हैं और पाठ्यक्रम डाउनलोड भी कर सकते हैं। UPSESSB के आधिकारिक वेबसाइट पर इसके 'EXAMINATION ' सेक्शन में जाकर PGT Syllabus डाउनलोड कर सकते हैं। 


अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न:

1: क्या यूपी पीजीटी शिक्षक भर्ती परीक्षा में नकारात्मक अंकन होता है?
  यूपी पीजीटी शिक्षक भर्ती परीक्षा में कोई नकारात्मक अंकन नहीं होता है।

2: क्या 40 वर्ष का कोई व्यक्ति यूपी पीजीटी परीक्षा दे सकता है?
 हां, 21 से 60 वर्ष के बीच का कोई भी व्यक्ति इस परीक्षा को  दे सकता है।